भारत में बढ़ती बेरोजगारी दर ,और केन्द्र सरकार की चुप्पी
भारत मे पिछले साल एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि साल 2019 में बेरोजगारी दर 45 साल के ऊपरी स्तर पर है. सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में फरवरी में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.37% रही, जो पिछले महीने 5.97% रही थी, जबकि शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 8.65% रहा, जो जनवरी में 9.70% रहा था.
बेरोजगारी: भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ही निचले पेदान पर आ गई है और लाखों लोग बेरोजगार हो गए है और बहुत सी कंपनी बंद हो गई है भारत की अर्थव्यवस्था उस समय से निचले स्तर पर अति जा रही है जबसे केंद्रीय सरकार ने GST लागु कर दिया था भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने यह कहा था की इसका परिणाम अगले 3 सालो में भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा,। 2019 में भारत की सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर मापा गया,
भारत मे जबसे कोरोना वायरस फैला है और तीन महीने तक पूरा भारत बंद कर दिया तबसे बेरोजगारी दर में तेजी से व्रद्धि पाई गई और बहुत ही कंपनी बंद हो गई और लाखों लोग बेरोजगार हो गए भारत की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है केंद्र सरकार की नीतियां : समय पर लोकसभा और राज्यसभा में अर्थव्यवस्था और रोजगार पर बात हुई है लेकिन केंद्र सरकार अपने राजस्व को बढ़ोतरी करने के लिए सरकारी विभागों को नीजि करण कर रही है लेकिन नीजि करण से राजस्व में व्रद्धि तो होगी लेकिन इससे लोग जो पहले से विभाग में कार्यरत है उनकी नोकरिया खतरे में आजाएगी और बेरोजगारी दर में व्रद्धि हो जाएगी , जभ्भी रोजगार की बात आती है तभी केंद्र सरकार चुप्पी साध लेेती है और मीडिया भी बेरोजगारी पर कोई बात अपने न्यूज़ चैनलों पर नही करती ,।
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